inspire by true story –
यदि कोई बाप बीमार है , तो खुद के लिए दवाई नहीं लाता | और अगर बच्चा बीमार है , तो बच्चे के लिए दुनिया से लड़ने को तैयार है |
ऐसा क्यों ? क्यों होता है ऐसा?
चलिए बहुत से व्यक्तियों की इस पर अपनी राय होगी | कुछ मेरी भी है कि मैं क्या सोचता हु इस बारे में –
गरीबी की हद भी होती है। “बच्चों के लिए पापा कभी गरीब नहीं होते हैं” |
क्योंकि बच्चों की सारी wishes पापा पूरी करते हैं | जो अपने औकात से भी बाहर हो पापा सभी wishes को पूरा करते हैं, करने की कोशिश करते हैं, ना नहीं बोलते । अगर मुंह पर ना भी बोल दिया तो उनके बारे में सोचते रहते हैं | कि मैं किस प्रकार से wishes को पूरा कर सकूँ।
पापा, जी-तोड़कर मेहनत करते हैं |धूप – बरसात कुछ नहीं देखते है।बस दिमाग में ये ही रहता है | कि मेरे परिवार को किसी चीज की कमी ना हो। मेरे बेटे या बेटी को किसी के सामने झुकना ना पड़े। चाहे उसके लिए एक पिता अपना सब कुछ दांव पर लगा देता है। बस उसे खुशियां चाहिए होती है , और कुछ नहीं |
पापा को प्यार चाहिए होता है , जो कि वह आप सभी की जरूरतों को पूरा करते करते भूल गया है| और क्या हम दे पाते हैं?
मैं तो कईयों को देखता। अपने पापा से सीधे मुंह में बात नहीं करते। जरा सोचिए , कैसा लगता होगा उस पिता को ?
जब हमारा जन्म हुआ होगा , तो कितना खुश हुआ होगा वह पिता और उसके बाद उसकी तो मानों दुनिया ही आ गई हो। पिता को सहारा मिल गया हो । मानो उस पिता को ऐसा कोई मिल गया हो , जिस पर वह पिता सब कुछ न्योछावर करने को तैयार है।
वह पिता जब झूठी मक्कार दुनिया को देखता है , तो अपने बेटे बेटी की तरफ देखकर खुश हो जाता है। क्योंकि यह हैं जिन पर विश्वास कर सकता हूं, जिनको मैं काबिल बनाऊंगा , जिनके लिए मैं दिन-रात एक कर मेहनत करूँगा और और उस पिता में जोश सातवें आसमान में होता है | और पिता किसी भी परिश्थिति में दुनिया से लड़ने को तैयार हो जाता है। सिर्फ अपने उन नन्हे मुन्ने हाथों की वजह से |
क्यूंकि उन्हें विश्वास होता है अपनी औलाद पर कि वह उसे दुनिया का सबसे अच्छा व्यक्ति बना सकते है |
उन्हें कुछ नहीं चाहिए। वह खुद से ज्यादा सफल अपने बच्चों को बनाना चाहते हैं क्योंकि कहीं ना कहीं एक पिता अपने सपने बेटे या बेटिओं में जीता है |
TO BE CONTINUE –
” बच्चों के लिए पापा कभी गरीब नहीं होते हैं “
लेकिन बच्चो पर ये ही बात क्यों लागू नहीं हो पाती –
VERY TRUE –
बच्चों की नजरों में पापा की जरूरतों के लिए “पापा के लिए बच्चे गरीब होते है”
ऐसा क्यों ?