उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान
राष्ट्रिय उद्यान | स्थापना | क्षेत्रफल | स्थान | |
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क | 1936 | 520 वर्गकिलोमीटर | पौड़ी नैनीताल | प्रोजेक्ट टाइगर nov , 1973 |
गोविन्द नेशनल पार्क | 1980 | 472 वर्ग किलोमीटर | उत्तरकाशी | |
नंदा देवी नेशनल पार्क | 1982 | 624 वर्ग किलोमीटर | चमोली | |
फूलों की घाटी | 1931 | 87.5 वर्ग किलोमीटर | चमोली | 14 जुलाई 2005 यूनेस्को धरोहर सूची |
राजाजी नेशनल पार्क | 1983 | 820 वर्ग किलोमीटर | देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी | 2015 उत्तराखंड द्वितीय बाघ संरक्षण |
गंगोत्री नेशनल पार्क | 1989 | 2390 वर्ग किलोमीटर | उत्तरकाशी |
सबसे पहले उत्तराखंड में 1935 में वन्य जीवों को संरक्षण प्रदान करने के लिए देहरादून में मोतीचूर वन्य जीव विहार की स्थापना की गयी |
1 – जिम कार्बेट नेशनल पार्क 1936 –
इसकी स्थापना 1936 में नैनीताल पौड़ी के 520 वर्ग किलोमीटर में की गयी | ये उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि भारत सहित पूरे एशिया का सबसे पुराना नेशनल पार्क है |
स्थापना के समय इसका नाम हेली नेशनल पार्क था | उसके पश्चात स्वतंत्रता के समय इसका नाम रामगंगा नेशनल पार्क रखा गया |
1957 में इसका नाम प्रसिद्ध शिकारी जिम कॉर्बेट (गोरा ब्राह्मण) के नाम पर कॉर्बेट नेशनल पार्क कर दिया गया |
प्रोजेक्ट टाइगर के तहत नवंबर 1973 में इसे पहला टाइगर रिजर्व घोषित किया गया | तथा यहां पर बाघों को अधिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए 2013 में टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स का गठन किया गया |
2 – गोविंद नेशनल पार्क 1980
क्षेत्रफल की दृष्टि से गोविंद नेशनल पार्क 472 वर्ग किलोमीटर है | यह उत्तरकाशी जिले में स्थित है |
3 – नंदा देवी नेशनल पार्क 1982
इसकी स्थापना 1982 में हुई थी | एवं क्षेत्रफल की दृष्टि से यह 624 वर्ग किलोमीटर में है | यह चमोली जिले में स्थित है |
4 – फूलों की घाटी नेशनल पार्क
सबसे पहले 1931 में फ्रेंक स्मिथ नामक व्यक्ति ने पूरे विश्व को फूलों की घाटी से परिचित करवाया था | तथा द वैली ऑफ फ्लावर नामक पुस्तक लिखी |
हालांकि इससे पूर्व स्कंदपुराण में इसे नंदकानन एवं मेघदूतम में अलकापुरी नाम से जाना गया है |
नर एवं गंधमादन पर्वत के बीच भ्युठार घाटी में फूलों की घाटी स्थित है |
यहां पर पुष्पावती नामक नदी बहती है | इसलिए इसे पुष्पावती नेशनल पार्क भी कहा जाता है |
यह क्षेत्रफल की दृष्टि से यह 87.5 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है | तथा यह उत्तराखंड का सबसे छोटा नेशनल पार्क है | जो चमोली जिले में स्थित है |
14 जुलाई 2005 को यूनेस्को ने इसे अपनी धरोहर सूची में शामिल किया |
नोट – वर्तमान में नंदकानन नेशनल पार्क उड़ीसा में स्थित है | जहां पर दुर्लभ सफेद रंग के बाघ पाए जाते हैं |
5 – राजाजी नेशनल पार्क 1983
इसकी स्थापना 1983 में देहरादून , हरिद्वार एवं पौड़ी जनपद में की गई थी |
इसका क्षेत्रफल 820.4 वर्ग किलोमीटर है |
हाल ही में 2015 में इसे उत्तराखंड का दूसरा टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है |
इसका नाम भारत के एकमात्र भारतीय गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के नाम पर रखा गया है
6 – गंगोत्री नेशनल पार्क 1990
गंगोत्री नेशनल पार्क की स्थापना 1990 में हुई थी | यह उत्तरकाशी जिले में स्थित है |
गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तराखंड का सबसे बड़ा नेशनल पार्क है |