उत्तराखंड की नदियां भाग – 5 || पश्चिमी रामगंगा ||
पश्चिमी रामगंगा दूधातोली से निकलकर के कोटद्वार में खोहनी नदी से मिलती है | यही पर कोटद्वार में प्रसिद्ध सिद्धबली मंदिर स्थित है | कोटद्वार में ही मालिनी नदी के तट पर कण्वाश्रम है
इसके बाद पश्चिमी रामगंगा नदी कालागढ में प्रवेश करती है | तथा इस पर प्रसिद्ध कौलागढ़ डैम है | ये कन्नौज में गंगा से मिलती है |
कौसानी के धरपानी से कोसी या कोसिला नदी निकलती है | तथा सुल्तानपुर में ये उत्तराखंड से बहार हो जाती है |
नैनीताल के गर्म पानी से दाबका नदी निकलती है | यह बाजपुर में उत्तराखंड से बहार चली जाती है |
इसके बाद क्रमशः बाकरा देओह , गौला या गार्गी एवं नंधौर नदियां एक दूसरे के समान्तर बहती है| खानपुर बाकरा नदी के किनारे तथा किच्छा गौला नदी के किनारे स्तिथ है |
नोट – जलप्रवाह की दृष्टि से उत्तराखंड की सबसे बड़ी नदी अलकनंदा है जबकि लम्बाई की दृष्टि से उत्तराखंड की सबसे लम्बी नदी काली नदी है ( 252 किलोमीटर ) है |